Mahashivratri 2021 Thursday, 11 March
On the auspicious day of Mahashivratri, please visit nearest Shiv Temple or nearest Brahmrishi Geetanand Ashram to obtain positive energy for wellbeing of your physical, mental and spiritual body.
On this special occasion chanting of Guru manta / Shiv Mantra with the technique told by #Sadguru #Brahmrishi #Geetanand #Saraswati or #other #Guru, will help you for #purification, #healing, #rejuvenation and #spiritual upliftment to experience #divine #peace and #eternal #bliss hidden inside you.
#GuruMantra is the most powerful Mantra for Spiritual Enlightenment, which can facilitate you to fulfil your Golden Goal or to be free from the endless cycle of #death and #birth.
GuruMantra is known as #Master #key for success in both materialistic and spiritual world.
On the auspicious days like #Shivratri, Guru Poornima, Ramnavmi, Janmashtmi, Deepavali etc. any belief system or Mantra becomes more powerful and effective with our mental energies. So the more you chant GuruMantra with sincerity faith, love and true devotion, the more perceptible the effect would be.
So get ready to observe the subtle change in your own mental peace and energy field.
As per sadguru Brahmrishi Geetanand Saraswati-
नाम जपा तो सब किया, आप ही सब कुछ होय !
पात फूल फल पाइये, भक्ति बीज घट बोय !!
नाम नीर गंभीर में, नित ही गोता मार !
मगन होय स्नान कर, चढ़ो दरश दरबार !!
नाम जो रत्ती एक है, पाप जो रत्ती पहाड़ !
आधी रत्ती घट संचरे, जार करे सब छार !!
सुमरण मार्ग सहज है, सतगुरु दिया बताय !
स्वांस स्वांस जी सुमरता, एक दिन मिलसी आय !!
Means nothing is impossible with chanting of GuruMantra. One can get all the materialistic things and even spiritual enlightenment with chanting of GuruMantra. GuruMantra works as fire to purify and to destroy all the sins. Therefore all the true aspirants must chant GuruManta as much as they can and one day they will get union with supreme soul.
Remember.. Guru Mantra is like a rare antique gem which cannot be bought from Money or Materialistic things. It is not available for sale in markets. If someone have true thrust for God with pure heart, faith and devotion, it can be obtained with divine grace of Real Guru and Guru is the one who have union with the supreme soul the source of everything. If someone surrender with faith & devotion and donate his/her bad habits in the feet of Guru than Guru will shower his divine grace and bless the aspirant with Guru Mantra Diksha.
पहले दाता शिष्य भया, तन मन अरपा शीश!
पीछे दाता गुरु भये, नाम दिया बकशीष !!
Hope you will spare some time from your daily schedule and will chant GuruManra each day.
We are conducting Krishneshwar Mahadev Rudrabhishek on behalf of all the devotees., All the aspirants, who will chant Om Nameh Shivaye Shivaye Nameh (ॐ नमः शिवाय शिवाय नमः) at least 1,100 time will get special blessings and grace of Sadguru Geetanand Shiv Shankar Mahadev.
Wish you all Blissful Shivratri. May Guru Bhagwan Bless you and your loved one with Prosperity and Peace. Happy Journey for the Golden Path of Enlightenment.
Best Wishes
#Brahmrishi #GeetanandAshram
#शिव #रात्रि के अवसर पर विशेष।
#अनेक भक्तो का यह प्रश्न होता है कि- रुद्राभिषेक से क्या क्या लाभ मिलता है ?
#शिव पुराण के अनुसार किस द्रव्य से #अभिषेक करने से क्या फल मिलता है अर्थात आप जिस उद्देश्य की पूर्ति हेतु रुद्राभिषेक करा रहे है उसके लिए किस द्रव्य का इस्तेमाल करना चाहिए का उल्लेख शिव #पुराण में किया गया है उसका सविस्तार विवरण प्रस्तुत कर रहा हू और आप से अनुरोध है की आप इसी के अनुरूप #रुद्राभिषेक कराये तो आपको पूर्ण लाभ मिलेगा।
श्लोक
जलेन वृष्टिमाप्नोति व्याधिशांत्यै कुशोदकै
दध्ना च पशुकामाय श्रिया इक्षुरसेन वै।
मध्वाज्येन धनार्थी स्यान्मुमुक्षुस्तीर्थवारिणा।
पुत्रार्थी पुत्रमाप्नोति पयसा चाभिषेचनात।।
बन्ध्या वा काकबंध्या वा मृतवत्सा यांगना।
जवरप्रकोपशांत्यर्थम् जलधारा शिवप्रिया।।
घृतधारा शिवे कार्या यावन्मन्त्रसहस्त्रकम्।
तदा वंशस्यविस्तारो जायते नात्र संशयः।
प्रमेह रोग शांत्यर्थम् प्राप्नुयात मान्सेप्सितम।
केवलं दुग्धधारा च वदा कार्या विशेषतः।
शर्करा मिश्रिता तत्र यदा बुद्धिर्जडा भवेत्।
श्रेष्ठा बुद्धिर्भवेत्तस्य कृपया शङ्करस्य च!!
सार्षपेनैव तैलेन शत्रुनाशो भवेदिह!
पापक्षयार्थी मधुना निर्व्याधिः सर्पिषा तथा।।
जीवनार्थी तू पयसा श्रीकामीक्षुरसेन वै।
पुत्रार्थी शर्करायास्तु रसेनार्चेतिछवं तथा।
महलिंगाभिषेकेन सुप्रीतः शंकरो मुदा।
कुर्याद्विधानं रुद्राणां यजुर्वेद्विनिर्मितम्।
अर्थात
जल से रुद्राभिषेक करने पर — सुख की वृष्टि होती है।
कुशा जल से अभिषेक करने पर — रोग, दुःख से छुटकारा मिलता है।
दही से अभिषेक करने पर — पशु, भवन तथा वाहन की प्राप्ति होती है।
गन्ने के रस से अभिषेक करने पर — लक्ष्मी प्राप्ति होती है।
मधु युक्त जल से अभिषेक करने पर — धन की वृद्धि होती है।
तीर्थ जल से अभिषेकक करने पर — मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इत्र मिले जल से अभिषेक करने से — बीमारी नष्ट होती है ।
दूध् से अभिषेक करने से — पुत्र प्राप्ति, प्रमेह रोग की शान्ति तथा मनोकामना पूर्ति होती हैं।
गंगाजल से अभिषेक करने से – ज्ञान प्राप्ति होती है।
दूध् शर्करा मिश्रित अभिषेक करने से — सद्बुद्धि प्राप्ति होती है।
घी से अभिषेक करने से — वंश विस्तार होता है।
सरसों के तेल से अभिषेक करने से — रोग तथा शत्रु का नाश होता है।
शुद्ध शहद रुद्राभिषेक करने से — पाप क्षय होता है ।
रुद्र अभिषेक रुद्राष्टाध्यायी अथवा रुद्री पाठ के द्वारा करना चाहिए।
रुद्राभिषेक के समय #सद्गुरु ब्रह्मऋषि गीतानन्द जी के बताए हुए शिव गुरु मंत्रों का मानसिक उच्चारण करने से सर्व मनोरथों की #सिद्धि होती है। ब्रह्मऋषि गीतानन्द जी के अनुसार शिव रात्रि को #ब्रह्म योग का अभ्यास करने का विशेष फल मिलता है। इससे समस्त कष्टो का नाश हो जाता है और परम सुख की प्राप्ति होती है।
शिवजी ने उपदेश किया, ब्रह्म योग का ज्ञान।
गीतानन्द अभ्यास करो, तज काया अभिमान।।
इस प्रकार शिव के रूद्र रूप के पूजन और अभिषेक करने से जाने-अनजाने होने वाले पापाचरण से भक्तों को शीघ्र ही छुटकारा मिल जाता है और साधक में शिवत्व रूप सत्यं शिवम सुन्दरम् का उदय हो जाता है उसके बाद भगवान शिव के शुभाशीर्वाद से समृद्धि, धन-धान्य, विद्या और संतान की प्राप्ति के साथ-साथ सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाते हैं।
कल शिव रात्रि के पावन अवसर पर आप सभी भक्तों के सुख, समृद्धि शान्तिमय जीवन व पुण्य प्राप्ति हेतु कृष्णेश्वर गीतानन्द महादेव का रुद्राभिषेक किया जाएगा।
अपना नाम तथा गोत्र कमेन्ट में लिखें ताकि आपका नाम उच्चारण संकल्प के समय किया जा सके तथा आपको भी इस विशेष पूजन का फल मिल सके।
परमात्मा से प्रार्थना है कि यह शिव रात्रि आपके जीवन में एक नया सवेरा लेकर आये। परम पिता परमेश्वर भगवान शिव, परम गुरु ब्रह्मऋषि गीतानन्द जी की महान कृपा आप और आपके समस्त परिवार पर बनी रहे। आप का जीवन मंगलमय हो। अपनी सद्बुद्धि और सतकर्मों के माध्यम से आप अपना और अपने पूर्वजों का नाम ऊँचा करें। सदा खुश रहें और अपने अच्छे व्यवहार द्वारा सबमे खुशियां बांटे। ऐसी परमात्मा से प्रार्थना है।
क्या आप जानते हैं- शिव रात्रि के दिन समुद्र मंथन से निकले काल कूट नामक भयंकर विष को पीकर भोलेनाथ भगवान शिव नीलकंठ कहलाये।
शिव रात्रि के दिन आत्म संकल्प द्वारा अपनी विष रूपी बुरी आदतें (जैसे कटु वचन बोलने की आदत, क्रोध, ईष्या, शराब, सिगरेट, मांसाहार की आदत, मानसिक विकार, बुरे संस्कार ) भांग धतूरा समझ कर मंदिक रूप से प्रार्थना द्वारा भगवान को चढ़ाएँ, और भगवान से प्रार्थना करें कि
हे महादेव शिव शंकर भगवान जैसे आपने काल कूट विष को स्वीकार कर संसार की रक्षा की….. वैसे ही आप मेरे समस्त अवगुणों को, बुरी आदतों बुरे संस्कारो को स्वीकार कर मेरी रक्षा करें, आप मुझे निर्मल शुद्ध करके अपने काबिल बना दें।
हे प्रभु आप मुझे संसार में शुभ कर्म करने के लिए शारीरिक स्वास्थ्य, बल, धन संपदा रूपी सामर्थ्य और उसका सदुपयोग करने की सुबुद्धि प्रदान करें। जिससे मेरा जीवन सुखमय हो और मैं आपकी भक्ति और सभी जीवों की सेवा करता हुआ, अपने चारों ओर खुशियां बांट सकूँ।
भक्तजनों आप इस दिन भगवान के शरणागत होकर शुभ संकल्प रूपी गंगाजल, निष्काम कर्म रूपी पंचामृत और समस्त शुभ कर्मों का फल भगवान के अर्पण करें। एक अच्छे इंसान बनने का संकल्प करें।
विश्वास करें इस विधि से पूजा करने पर आप के सभी कष्ट और पाप नष्ट हो जाएंगे। आप पर परम पिता परमात्मा भगवान शिव, सद्गुरु ब्रह्मऋषि गीतानन्द जी की कृपा बरसने लगेगी। आपका जीवन अमृतमय हो जाएगा।
आइये मिलकर एक अच्छा इंसान बनने का संकल्प लें।
अवगुण हटाएँ, सतगुण अपनाएँ।
आओ मिलकर, सतयुग बनाएँ।।
शुभेच्छु
ब्रह्मऋषि गीतानन्द आश्रम।
Special on the occasion of
#The question of other devotees is that-what is the benefit of Rudrabhishek?
According to #ShivPurana, which substance does Abhishek get what fruit? i.e. which substance should be used for the purpose of which you are doing Rudrabhishek is mentioned in the Shiva #Puran. Detailed details of it. I am presenting and requesting you to do #Rudrabhishek according to this, you will get full benefit.
Verse
The disease of the rain burns, the disease of Kushodakai.
दध्ना च पशुकामाय श्रिया इक्षुरसेन वै।
Madhwajyen wealthy syanmuksustirthavarina.
Son, son, son, money, chabhishechanat. ।
Bandhya or kakabandhya or deadwatsa yangana.
Javarprakopashantyarthham water stream Shivpriya. ।
Ghritdhara Shiv Kara Yavan Mantra Sahastrakam.
तदा वंशस्यविस्तारो जायते नात्र संशयः।
Prameh Disease, Peace, Prapnuyat Mancepsitam.
केवलं दुग्धधारा च वदा कार्या विशेषतः।
शर्करा मिश्रिता तत्र यदा बुद्धिर्जडा भवेत्।
श्रेष्ठा बुद्धिर्भवेत्तस्य कृपया शङ्करस्य च!!
सार्षपेनैव तैलेन शत्रुनाशो भवेदिह!
पापक्षयार्थी मधुना निर्व्याधिः सर्पिषा तथा।।
You are the life of life, you are the money of Shri Kamikshursen.
Son of Sarkarayastu Rasenarchetichav and.
Mahalingabhisheken Supreet: Shankaro Muda.
कुर्याद्विधानं रुद्राणां यजुर्वेद्विनिर्मितम्।
Of course
On doing Rudrabhishek with water – there is a rain of happiness.
By anointing with Kusha water – you get rid of disease and sorrow.
On anointing with curd – Animal, building and vehicle are obtained.
On anointing with sugarcane juice – you get Lakshmi.
On anointing with honeymoon water – wealth increases.
On anointing with pilgrimage water – salvation is achieved.
Anointing with water mixed with perfume – destroys the disease.
By anointing with milk – having a son, peace of the disease and wishes are fulfilled.
Knowledge is gained by anointing from the water of Ganges.
Anointing mixed with milk and sugar – gains wisdom.
By anointing with ghee – the dynasty expands.
Anointing with mustard oil – destroys disease and enemy.
By doing pure honey rudrabhishek – sin is decayed.
Rudra Abhishek should be done by Rudrashtadhyayi or Rudri lesson.
At the time of Rudrabhishek, the mental pronunciation of the Shiva Guru Mantras told by #Sadguru Brahma Rishi Geetanand ji is the #success of all the wishes. According to Brahma Rishi Geetanand ji, Shivaratri gets special result of practicing #Brahma Yoga. This destroys all the hardships and achieves ultimate happiness.
Shivaji preached, the knowledge of Brahma Yoga.
Practice Geetananda, Taj Kaya Pride. ।
In this way, by worshiping and abhishek of the rudra form of Shiva, the devotees get rid of the known and unknown papacharan, and in the sadhak, the form of Shiva, Satya Shivam Sundaram rises. Then with the blessings of Lord Shiva, prosperity, wealth. All wishes are fulfilled along with the gain of grains, knowledge and children.
Tomorrow, on the auspicious occasion of Shivratri, the Rudrabhishek of Krishneshwar Gitanand Mahadev will be performed for the happiness, prosperity, peaceful life and virtue of all the devotees.
Write your name and clan in the comment so that your name can be pronounced at the time of resolution and you can also get the result of this special worship.
I pray to God that this Shiva night brings a new morning in your life. May the great grace of the Supreme Father God Shiva, the Supreme Guru Brahma Rishi Geetanand ji be on you and your entire family. May you have a good life. Raise the name of yourself and your ancestors through your wisdom and good deeds. Always be happy and share happiness with everyone through your good behavior. I pray to such a divine.
Do you know-On the day of Shiv Ratri, after drinking the fierce poison called Kaal Koot, Bholenath is called Lord Shiva Neelkanth.
On the day of Shiv Ratri, consider your bad habits of poison (e.g. the habit of speaking bitter words, anger, jealousy, alcohol, cigarette, non-vegetarian habit, mental disorder, bad manners) as a cannabis, dhatura and offer it to God through temporary prayer , and pray to God that
O Mahadev Shiv Shankar, God, as you protected the world by accepting the poison of death….. Similarly, you protect me by accepting all my demerits, bad habits, bad rituals, you make me capable by purifying me.
O Lord, give me the power of physical health, strength, wealth and wisdom to use it to do good deeds in the world. So that my life is pleasant and I can share happiness around me, while serving you and all living beings.
Devotees, on this day, take refuge in God and offer Ganga water in the form of auspicious resolution, Panchamrit in the form of impeccable karma and the fruit of all auspicious deeds to God. Resolve to be a good person.
Believe that all your sufferings and sins will be destroyed by worshiping this method. The blessings of the Supreme Father, Lord Shiva, Sadguru Brahma Rishi Geetanand ji will be showered on you. Your life will be nectar.
Let’s take a pledge to become a good person together.
Remove demerits, adopt good qualities.
Come together, make Satyug. ।
Good luck
Brahma Rishi Geetananda Ashram.
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